डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की कि सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर रिकवरी के बाद व्हाइट हाउस जाएंगे..
🚀 सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर की सुरक्षित वापसी:
नासा के अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर नौ महीने तक इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) में रहने के बाद सफलतापूर्वक पृथ्वी पर लौट आए हैं। उनकी यह मिशन पहले केवल आठ दिनों के लिए तय थी, लेकिन बोइंग स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट में तकनीकी खराबी के कारण उन्हें क्रू में शामिल किया गया और उनकी यात्रा लंबी हो गई।
🌊 स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन कैप्सूल से लैंडिंग:
दोनों अंतरिक्ष यात्रियों ने स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन कैप्सूल के जरिए पृथ्वी पर वापसी की, जो फ्लोरिडा के तट के पास समुद्र में सफलतापूर्वक लैंड हुआ। दिलचस्प बात यह रही कि लैंडिंग के दौरान कैप्सूल के चारों ओर डॉल्फिन्स का झुंड देखा गया, जिसने इस ऐतिहासिक वापसी को और भी खास बना दिया।
🏥 रिकवरी प्रक्रिया:
सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर वर्तमान में मानक मेडिकल परीक्षणों से गुजर रहे हैं और उन्हें 45 दिनों की पुनर्वास प्रक्रिया से गुजरना होगा ताकि वे पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण के अनुकूल हो सकें।
🏛 डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस विजिट की घोषणा की:
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की कि दोनों अंतरिक्ष यात्री रिकवरी के बाद व्हाइट हाउस का दौरा करेंगे। उन्होंने कहा, “उन्हें पहले ठीक होने दो। जब आप वहां (अंतरिक्ष) होते हो, तो आपके मांसपेशियों पर कोई खिंचाव नहीं पड़ता, कोई गुरुत्वाकर्षण नहीं होता। आप 1000 पाउंड तक ऐसे ही उठा सकते हो!”
🏆 “प्रॉमिस मेड, प्रॉमिस कीप्ट”: व्हाइट हाउस का बयान
व्हाइट हाउस ने इस वापसी को लेकर कहा कि “राष्ट्रपति ट्रंप ने अंतरिक्ष में फंसे अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित वापस लाने का वादा किया था। आज, वे @ElonMusk, @SpaceX और @NASA की बदौलत सफलतापूर्वक अमेरिका की खाड़ी में उतरे।”
🚀 एलन मस्क ने भी दी प्रतिक्रिया
स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने भी इस मिशन की सफलता की सराहना की और NASA व अमेरिकी सरकार की संयुक्त प्रयासों की तारीफ की।
अन्य जानकारी
भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके सहयोगी बुच विल्मोर नौ महीने के अंतरिक्ष मिशन के बाद सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर लौट आए हैं। स्पेसएक्स के ड्रैगन अंतरिक्ष यान के माध्यम से उन्होंने 17 घंटे की यात्रा पूरी की, जो भारतीय समयानुसार बुधवार सुबह 3:27 बजे फ्लोरिडा के तट के पास समुद्र में उतरा।
यह मिशन मूल रूप से एक सप्ताह का था, लेकिन अंतरिक्ष यान में हीलियम रिसाव और वेग में कमी के कारण उन्हें अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर नौ महीने तक रुकना पड़ा। उनकी सुरक्षित वापसी पर भारत और अमेरिका दोनों में उत्सव का माहौल है। सुनीता विलियम्स के पैतृक गांव में विशेष प्रार्थनाएं और यज्ञ आयोजित किए गए थे।
नासा ने उनकी वापसी का सीधा प्रसारण किया, जिसमें देखा गया कि वे मुस्कुराते हुए कैप्सूल से बाहर आईं। इसरो के अध्यक्ष ने भी सोशल मीडिया पर सुनीता विलियम्स का स्वागत करते हुए उनकी उपलब्धियों की सराहना की और भविष्य में उनके अनुभव का लाभ उठाने की इच्छा व्यक्त की।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, “भारत की बेटी सुनीता विलियम्स और अन्य अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षित वापसी से बहुत खुशी हुई! इस क्रू ने अंतरिक्ष में मानव सहनशक्ति और दृढ़ता का इतिहास फिर से लिखा है।”
सुनीता विलियम्स की इस सफल वापसी ने अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में एक नया मील का पत्थर स्थापित किया है, जो आने वाले समय में वैज्ञानिक अनुसंधान और अंतरिक्ष मिशनों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा।
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