विश्व वायु गुणवत्ता रिपोर्ट 2024: प्रमुख जानकारियां

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स्विस वायु गुणवत्ता प्रौद्योगिकी कंपनी IQAir द्वारा जारी विश्व वायु गुणवत्ता रिपोर्ट 2024 में भारत में खतरनाक प्रदूषण स्तर का खुलासा हुआ है। दुनिया के 20 सबसे प्रदूषित शहरों में से 13 भारत में हैं।

🌍 प्रमुख निष्कर्ष:

  • 🏭 बर्नीहाट (असम) को दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर घोषित किया गया है।
  • 🏙️ दिल्ली लगातार छठे वर्ष दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी बनी हुई है।
  • 📉 2023 में तीसरे स्थान से सुधार करते हुए 2024 में भारत पांचवें स्थान पर आ गया।

📝 रिपोर्ट की प्रमुख बातें:

  • यह रिपोर्ट IQAir द्वारा जारी की गई है।
  • इसमें 138 देशों, क्षेत्रों और क्षेत्रों के 40,000 से अधिक वायु गुणवत्ता निगरानी स्टेशनों से डेटा का विश्लेषण किया गया है।
  • इसका मूल्यांकन IQAir के वायु गुणवत्ता वैज्ञानिकों द्वारा किया गया।

💨 भारत में प्रदूषण: मुख्य निष्कर्ष 💨

🏙️ दिल्ली: लगातार छह वर्षों से दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी

  • दिल्ली एक बार फिर से दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी बनी है।
  • कुछ एनसीआर शहरों में 2023 में प्रदूषण स्तर अधिक था, लेकिन दिल्ली दक्षिण एशिया का सबसे प्रदूषित शहर बना रहा।
  • 2024 में दिल्ली दुनिया का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर और सेंट्रल व साउथ एशिया का सबसे प्रदूषित शहर रहा।

📉 भारत में PM2.5 स्तर में गिरावट

  • 2024 में भारत का औसत PM2.5 स्तर 50.6 µg/m³ रहा, जो 2023 के 54.4 µg/m³ से 7% कम है।

🏭 भारत के सबसे प्रदूषित शहर

रैंक शहर PM2.5 स्तर (µg/m³)
1️⃣ बर्नीहाट (असम) 128.2
2️⃣ दिल्ली 92.6
3️⃣ गाजियाबाद 91.3
4️⃣ नोएडा 87.5
5️⃣ फरीदाबाद 85.1
6️⃣ पटना 82.4

⚠️ उत्तरी भारत में गंभीर प्रदूषण के मामले ⚠️

  • ❄️ जनवरी 2024: दिल्ली और हिमाचल प्रदेश में गंभीर वायु गुणवत्ता देखी गई।
  • 🍂 नवंबर 2024: दिल्ली, पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में बेहद खराब वायु गुणवत्ता दर्ज की गई।

🚗 प्रमुख प्रदूषण स्रोत

  • 🔥 पराली जलाना चरम समय में PM2.5 प्रदूषण का 60% योगदान करता है।
  • 🚘 अन्य प्रमुख स्रोत वाहन उत्सर्जन, औद्योगिक अपशिष्ट और निर्माण धूल हैं।

🌍 वायु प्रदूषण: एक वैश्विक संकट 🌍

😷 दुनिया में प्रदूषित हवा का व्यापक प्रभाव

  • 2024 में दुनिया की अधिकांश आबादी प्रदूषित हवा में सांस ले रही थी
  • केवल 12 देश, क्षेत्र और क्षेत्र WHO के PM2.5 मानक (5 µg/m³) को पूरा कर पाए।
  • ये क्षेत्र मुख्य रूप से लैटिन अमेरिका, कैरेबियन और ओशिनिया में स्थित हैं।

📊 सबसे प्रदूषित देश (2024 रैंकिंग) 📊

रैंक देश PM2.5 स्तर (µg/m³)
1️⃣ चाड 91.8
2️⃣ बांग्लादेश 78.0
3️⃣ पाकिस्तान 73.7
4️⃣ कांगो 58.2
5️⃣ भारत 50.6

🚨 गंभीर वायु गुणवत्ता उल्लंघन

  • 🌆 केवल 8,954 शहरों में से 17% ही WHO के PM2.5 दिशानिर्देशों को पूरा कर पाए।
  • भारत, कजाकिस्तान, चाड, पाकिस्तान और चीन में स्थित 20 सबसे प्रदूषित शहरों ने WHO की सीमा को 10 गुना से अधिक पार किया

🛑 प्रदूषण नियंत्रण में चुनौतियां और आगे का रास्ता 🛑

⚖️ नीतियों के कार्यान्वयन में कमी

  • राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (NCAP) को 2019 में प्रदूषण नियंत्रण के उद्देश्य से लॉन्च किया गया था।
  • रिपोर्ट के अनुसार, असंगत नीतियों और अपर्याप्त बुनियादी ढांचे के कारण अपेक्षित सुधार नहीं हो पाया

💪 मजबूत कार्रवाई की जरूरत

  • 🛢️ BS-VI ईंधन और उन्नत परिवहन तकनीक जैसी पहल लागू होने के बावजूद, दिल्ली में प्रदूषण का स्तर गंभीर बना हुआ है।
  • विशेषज्ञों का कहना है कि नीतियां सिर्फ कागजों तक सीमित हैं, जबकि सख्त शासन, सख्त कार्यान्वयन और प्रदूषण नियंत्रण उपायों में बड़े सुधार की आवश्यकता है।
  • 🏭 NCAP को मजबूत बनाना और निरंतर प्रयास सुनिश्चित करना दीर्घकालिक सुधार के लिए महत्वपूर्ण होगा।

निष्कर्ष: यह रिपोर्ट भारत और विश्व में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए तत्काल और प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता को दर्शाती है। वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए मजबूत नीतियों, प्रभावी क्रियान्वयन और दीर्घकालिक रणनीतियों की आवश्यकता है। 🌱🌍